अष्टादश पर्वाणि शतम् उपपर्वाणि च महाभारते विद्यन्ते । यद्यपि कुरुपाण्डवयुद्धं महाभारते गर्भीकृतः विषयः इति अङ्गीक्रियते तथापि सागरोपमस्यास्य ग्रन्थस्य गभीरता अननुमेया ।
श्लोकसङ्ख्याः पर्वोपपर्वणां नामानि च कुम्भकोणसंस्करणाधारेण प्रदर्शितम् ।
१) आदिपर्व (अवान्तरपर्वाणि -19 , अध्यायाः - 260, श्लोकाः -10,889)
उपपर्वाणि - 1) अनुक्रमणिकापर्व 2) पर्वसङ्ग्रहपर्व 3) पौष्यपर्व 4) पौलोमपर्व 5) आस्तीकपर्व
6) अंशावतरणपर्व 7) सम्भवपर्व 8) जतुगृहपर्व 9) हिडिम्बवधपर्व 10) बकवधपर्व 11) चैत्ररथपर्व12) स्वयंवरपर्व 13) वैवाहिकपर्व 14) विदुरागमनराज्यलाभपर्व 15) अर्जुनवनवासपर्व 16) सुभद्राहरणपर्व 17) हरणाहरणपर्व 18) खाण्डवदाहपर्व 19) मयदर्शनपर्व
२) सभापर्व (अवान्तरपर्वाणि - 8 , अध्यायाः - 103, श्लोकाः - 4367)
20) मन्त्रपर्व 21) जरासन्धवधपर्व 22) दिग्विजयपर्व 23) राजसूयपर्व 24) अर्घाहरणपर्व
25) शिशुपालवधपर्व 26) द्यूतपर्व 27) अनुद्यूतपर्व
३) वनपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 21, अध्यायाः - 315 , श्लोकाः - 12476)
28) किर्मीरवधपर्व 29) अर्जुनाभिगमनपर्व 30) कैरातपर्व 31) इन्द्रलोकाभिगमनपर्व 32) नलोपाख्यानपर्व 33) तीर्थयात्रापर्व 34) जटासुरवधपर्व 35) यक्षयुद्धपर्व 36) निवातकवचयुद्धपर्व 37) आजगरपर्व 38) मार्कण्डेयसमास्यापर्व 39) द्रौपदीसत्यभामासंवादपर्व 40) घोषयात्रापर्व 41) मृगस्वप्नोद्भवपर्व 42) व्रीहिद्रौणिकपर्व 43) द्रौपदीहरणपर्व 44) जयद्रथविमोक्षणपर्व 45) रामोपाख्यानपर्व 46) पतिव्रतामाहात्म्यपर्व 47) कुण्डलाहरणपर्व 48) आरणेयपर्व
४) विराटपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 5, अध्यायाः - 78, श्लोकाः - 3494)
49) पाण्डवप्रवेशपर्व 50) समयपालनपर्व 51) कीचकवधपर्व 52) गोग्रहणपर्व 53) वैवाहिकपर्व
५) उद्योगपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 10, अध्यायाः - 196 , श्लोकाः - 6753)
54) सेनोद्योगपर्व 55) सञ्जययानपर्व 56) प्रजागरपर्व 57) सनत्सुजातपर्व 58) यानसन्धिपर्व 59) भगवद्यानपर्व 60) सैन्यनिर्याणपर्व 61) उलूकदूतागमनपर्व 62) रथातिरथसङ्ख्यानपर्व 63) अम्बोपाख्यानपर्व
६) भीष्मपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 4, अध्यायाः - 122, श्लोकाः - 5809)
64) जम्बूखण्डनिर्माणपर्व 65) भूमिपर्व 66) भगवद्गीतापर्व 67) भीष्मवधपर्व
७) द्रोणपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 8 , अध्यायाः - 203, श्लोकाः - 10012)
68) द्रोणाभिषेकपर्व 69) सशप्तकवधपर्व 70) अभिमन्युवधपर्व 71) प्रतिज्ञापर्व 72) जयद्रथवधपर्व
73) घटोत्कचवधपर्व 74) द्रोणवधपर्व 75) नारायणास्त्रमोक्षपर्व
८) कर्णपर्व (अवान्तरपर्वाणि -1 , अध्यायाः - 101, श्लोकाः - 4975)
76) कर्णपर्व
९) शल्यपर्व (अवान्तरपर्वाणि -3 , अध्यायाः -66 , श्लोकाः - 3594)
77) शल्यवधपर्व 78) ह्रदप्रवेशपर्व 79) गदायुद्धपर्व
१०) सौप्तिकपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 2, अध्यायाः -18 , श्लोकाः - 815)
80) सौप्तिकपर्व 81) ऐषिकपर्व
११) स्त्रीपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 3, अध्यायाः - 27, श्लोकाः - 807)
82) जलप्रदानिकपर्व 83) स्त्रीविलापपर्व 84) श्राद्धपर्व
१२) शान्तिपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 3, अध्यायाः -375 , श्लोकाः - 15151)
85) राजधर्मपर्व 86) आपद्धर्मपर्व 87) मोक्षधर्मपर्व
१३) अनुशासनपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 2, अध्यायाः - 274, श्लोकाः - 11194)
88) दानधर्मपर्व 89) भीष्मस्वर्गारोहणपर्व
१४) आश्वमेधिकपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 3, अध्यायाः - 118, श्लोकाः -4555 )
90) अश्वमेधपर्व 91) अनुगीतापर्व 92) वैष्णवधर्मपर्व
१५) आश्रमवासिकपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 3, अध्यायाः - 41, श्लोकाः - 1098)
93) आश्रमवासपर्व 94) पुत्रदर्शनपर्व 95) नारदागमनपर्व
१६) मौसलपर्व (अवान्तरपर्वाणि -1 , अध्यायाः -9 , श्लोकाः - 301)
96) मौसलपर्व
१७) महाप्रस्थानिकपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 1 , अध्यायाः - 3, श्लोकाः - 111)
97) महाप्रस्थानिकपर्व
१८) स्वर्गारोहणपर्व (अवान्तरपर्वाणि - 1, अध्यायाः -5 , श्लोकाः -232 )
98) स्वर्गारोहणपर्व
हरिवंशम् (खिलभागः) (अवान्तरपर्वाणि - 3)
99) हरिवंशपर्व 100) विष्णुपर्व 101) भविष्यपर्व
हरिवंशं विहाय ९८ अवान्तरपर्वाणि , २३१२ अध्यायाः, ९६६४५ श्लोकाश्च